Secret of Alignment
जीवन में शांति, सुख, सफलता, स्वास्थ्य
और आनंद को सुनिश्चित करने का सरस नियम
तालमेल की शक्ति से अनोखा गिफ्ट खोलें
क्या आप जानते हैं आपके लिए एक गिफ्ट सदा मौजूद है? इसे पाकर, आप ऊर्जा और खुशियों से भरा जीवन जी सकते हैं। समस्त सृष्टि में हमारे लिए एक अनोखा गिफ्ट छिपा है। यह केवल उसी को मिलता है, जो कुदरत के साथ टयून्ड है, जो सरस नियम से भली-भाँति परिचित है।
यदि आप भी यह गिफ्ट पाने की इच्छा रखते हैं तो यह पुस्तक आपको पूरी मदद करेगी। इसमें बहुत ही सरल और रोजमर्रा के जीवन में लागू करनेवाले ऐसे संकेत (क्लूज़) दिए गए हैं, जिन्हें जानकर आप इस गिफ्ट को आसानी से पा सकते हैं और न केवल अपना बल्कि औरों का जीवन भी खुशियों से भर सकते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें जानें-
– वे कौन से नियम हैं, जिन्हें जानकर हम सहजता से हर घटना में संतुलन बनाए रख सकते हैं?
– वह कौन है, कैसा है, जिससे सीख हासिल कर हम मधुर रिश्तों के साथ स्वास्थ्य और समृद्धिभरा जीवन जी सकते हैं?
– ऐसी कौन सी गलत आदतें हैं, जिनके कारण हम इन नियमों से दूर चले जाते हैं?
यह पुस्तक आपसे ऐसे गूढ़ रहस्य शेयर करेगी, जिन्हें जानकर आप अपने जीवन को सफल, प्रभावी और अर्थपूर्ण बना पाएँगे।
तो आइए, इस अनमोल तोहफे को धीरज के साथ खोलें और देखें यह आपके जीवन में क्या कमाल दिखाता है!
सरश्री की आध्यात्मिक खोज का सफर उनके बचपन से प्रारंभ हो गया था। इस खोज के दौरान उन्होंने अनेक प्रकार की पुस्तकों का अध्ययन किया। इसके साथ ही अपने आध्यात्मिक अनुसंधान के दौरान अनेक ध्यान पद्धतियों का अभ्यास किया। उनकी इसी खोज ने उन्हें कई वैचारिक और शैक्षणिक संस्थानों की ओर बढ़ाया। इसके बावजूद भी वे अंतिम सत्य से दूर रहे।
उन्होंने अपने तत्कालीन अध्यापन कार्य को भी विराम लगाया ताकि वे अपना अधिक से अधिक समय सत्य की खोज में लगा सकें। जीवन का रहस्य समझने के लिए उन्होंने एक लंबी अवधि तक मनन करते हुए अपनी खोज जारी रखी। जिसके अंत में उन्हें आत्मबोध प्राप्त हुआ। आत्मसाक्षात्कार के बाद उन्होंने जाना कि अध्यात्म का हर मार्ग जिस कड़ी से जुड़ा है वह है - समझ (अंडरस्टैण्डिंग)।
सरश्री कहते हैं कि ‘सत्य के सभी मार्गों की शुरुआत अलग-अलग प्रकार से होती है लेकिन सभी के अंत में एक ही समझ प्राप्त होती है। ‘समझ’ ही सब कुछ है और यह ‘समझ’ अपने आपमें पूर्ण है। आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्ति के लिए इस ‘समझ’ का श्रवण ही पर्याप्त है।’
सरश्री ने ढाई हज़ार से अधिक प्रवचन दिए हैं और सौ से अधिक पुस्तकों की रचना की हैं। ये पुस्तकें दस से अधिक भाषाओं में अनुवादित की जा चुकी हैं और प्रमुख प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित की गई हैं, जैसे पेंगुइन बुक्स, हे हाऊस पब्लिशर्स, जैको बुक्स, हिंद पॉकेट बुक्स, मंजुल पब्लिशिंग हाऊस, प्रभात प्रकाशन, राजपाल अॅण्ड सन्स इत्यादि।