क्या आपको पता है कि ईश्वर ने हमें पहले से ही ऐसी शक्ति से नवाज़ा हुआ है, जिसका उपयोग कर हम अपनी शुभ इच्छा पूरी कर सकते हैं? वह शक्ति है, ‘चेतनता की शक्ति’, जो हमारे भीतर ही है। यह शक्ति क्या है, कहाँ रहती है, इसका कैसे उपयोग किया जा सकता है, इस पुस्तक के द्वारा आप यह गहरा रहस्य जानने जा रहे हैं।
इस शक्ति को जागृत करने हेतु आपको कुछ गहरे ध्यान को समझकर जीवन में उतारना होगा। प्रस्तुत पुस्तक में कुछ ऐसी ही गहरी ध्यान विधियाँ, उनकी मूल समझ के साथ संकलित की गई हैं। साथ ही ध्यान से संबंधित बहुत सी बातों को सूक्ष्मता से समझाया गया है। जैसे- वास्तव में ध्यान क्या है, इसका मूल लक्ष्य क्या है, इसकी क्या तकनीकें हैं, उनसे क्या लाभ होता है आदि।
हर शरीर की अपनी अलग प्रकृति होती है। सभी एक ही राह नहीं चल सकते, इसी कारण इस पुस्तक में ध्यान की अनेक विधियाँ समझाई गई हैं। जिन्हें साधक अपनी समझ और आवश्यकतानुसार चुन सकता है। हर विधि आपको एक ही लक्ष्य तक लेकर जाएगी। उन विधियों के साथ तैयारी करते-करते, अभ्यास करते-करते, एक समय आएगा जब आप ध्यान की वास्तविक अवस्था में पहुँचेंगे और चेतनता की शक्ति को प्राप्त करेंगे।
सरश्री की आध्यात्मिक खोज का सफर उनके बचपन से प्रारंभ हो गया था। इस खोज के दौरान उन्होंने अनेक प्रकार की पुस्तकों का अध्ययन किया। इसके साथ ही अपने आध्यात्मिक अनुसंधान के दौरान अनेक ध्यान पद्धतियों का अभ्यास किया। उनकी इसी खोज ने उन्हें कई वैचारिक और शैक्षणिक संस्थानों की ओर बढ़ाया। इसके बावजूद भी वे अंतिम सत्य से दूर रहे।
उन्होंने अपने तत्कालीन अध्यापन कार्य को भी विराम लगाया ताकि वे अपना अधिक से अधिक समय सत्य की खोज में लगा सकें। जीवन का रहस्य समझने के लिए उन्होंने एक लंबी अवधि तक मनन करते हुए अपनी खोज जारी रखी। जिसके अंत में उन्हें आत्मबोध प्राप्त हुआ। आत्मसाक्षात्कार के बाद उन्होंने जाना कि अध्यात्म का हर मार्ग जिस कड़ी से जुड़ा है वह है - समझ (अंडरस्टैण्डिंग)।
सरश्री कहते हैं कि ‘सत्य के सभी मार्गों की शुरुआत अलग-अलग प्रकार से होती है लेकिन सभी के अंत में एक ही समझ प्राप्त होती है। ‘समझ’ ही सब कुछ है और यह ‘समझ’ अपने आपमें पूर्ण है। आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्ति के लिए इस ‘समझ’ का श्रवण ही पर्याप्त है।’
सरश्री ने ढाई हज़ार से अधिक प्रवचन दिए हैं और सौ से अधिक पुस्तकों की रचना की हैं। ये पुस्तकें दस से अधिक भाषाओं में अनुवादित की जा चुकी हैं और प्रमुख प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित की गई हैं, जैसे पेंगुइन बुक्स, हे हाऊस पब्लिशर्स, जैको बुक्स, हिंद पॉकेट बुक्स, मंजुल पब्लिशिंग हाऊस, प्रभात प्रकाशन, राजपाल अॅण्ड सन्स इत्यादि।