कथा-कहानियां हमारा मनोरंजन तो करती ही हैं, साथ ही ज्ञानवद्धरन भी कराती हैं। यही कारण है कि हमारी संस्कृति में कथा-कहानियों का एक महत्वपूर्ण स्थान है। प्राचीन ॠषि-मुनि अपने शिष्यों को काव्यात्मक अथवा कथात्मक शिक्षा प्रदान करते थे, ताकि प्रदत्त शिक्षा को शिष्य सरलता से आत्मसात कर सके। वैसे ही पुराणों की कथाएं भी प्राचीन शिक्षा और संस्कृति की थाती हैं, जिसका अनुसरण कर प्रत्येक व्यक्ति गर्व अनुभव करता है। यह कथाएं ज्ञान, संदेश, नीति, शिक्षा, विज्ञान, मनोरंजन और प्राचीन परम्पराओं का खजाना हैं। ऐसा खजाना जो सभी के लिए सुलभ है। कोई कितना भी इसका फायदा उठाए यह कभी खत्म नहीं हो सकता।