गोपाल चतुर्वेदी जन्म : 15 अगस्त, 1942। शिक्षा : एम.ए. (अंग्रेजी साहित्य), इलाहाबाद विश्वविद्यालय। हिंदी साहित्य लेखन : ‘सारिका’ व ‘इंडिया टुडे’ (हिंदी), ‘नवभारत टाइम्स’, ‘हिंदुस्तान’, ‘दैनिक भास्कर’ में अनेक वर्षों तक नियमित रूप से व्यंग्य कॉलम लेखन। प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका ‘साहित्य अमृत’ में प्रथम अंक से नियमित व्यंग्य स्तंभ ‘राम झरोखे बैठ के’ का लेखन। रचना-संसार : 2 काव्य-संग्रह, 20 व्यंग्य-संग्रह प्रकाशित। सम्मान-पुरस्कार : ‘सहस्राब्दी विश्व हिंदी सम्मान’, ‘साहित्य भूषण सम्मान’, ‘साहित्यिक कृति सम्मान’, ‘हिंदी गौरव सम्मान’, ‘यू.पी. रत्न सम्मान’, ‘के.पी. सक्सेना स्मृति सम्मान’, ‘यश भारती सम्मान’, ‘शरद जोशी सम्मान’ सहित अनेक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कारों से विभूषित। सन् 1986 में कविता ‘जय देश भारत भारती’ भारत सरकार के राष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘अपना उत्सव’ में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी द्वारा आशय गीत के रूप में चुनी गई। गीत का संगीत पं. रवि शंकर ने तैयार किया तथा सुश्री आशा भोंसले ने स्वरबद्ध किया। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में भारत सरकार की केंद्रीय हिंदी समिति के नामित सदस्य रहे। संपर्क : ‘उत्सव’, 9/5, राणा प्रताप मार्ग, लखनऊ (उ.प्र.)। दूरभाष : 0522-2202619, 09335811907, 0991999923
Patthar Phenko, Sukhi Raho by Gopal Chaturvedi satirically portrays social evils, corruption, and disorderliness prevalent in society. Explore the impact of stone-throwing, fiery rhetoric, and verbal assaults in Parliament, Vidhansabha, and public gatherings. Join the witty writer in targeting political figures, writers, intellectuals, and raising awareness about the nation's challenges.