Swasanwad Ek Jadoo (Marathi edition): Apla remot control kasa prapt karawa

· WOW Publishings Private Limited · Narrated by Harshitt Abhiraj
4.8
25 reviews
Audiobook
5 hr 8 min
Unabridged
Ratings and reviews aren’t verified  Learn More
Want a 35 min sample? Listen anytime, even offline. 
Add

About this audiobook

कोणी आपली प्रशंसा केली आणि म्हटले, ‘तुम्ही होता म्हणून काम झाले नाहीतर हे काम होणे शक्यच नव्हते.’ अशाप्रकारे आपली स्तुती झाली तर काय होईल? अशा वेळी अनेकांना रात्रभर झोपा येत नाही. त्यांना ते प्रशंसनीय बोल वारंवार आठवतात. ‘कशी माझी प्रशंसा झाली, कसे सर्वजण मला चांगले म्हटले,’ हा मनातील स्वसंवाद थांबतच नाही.

एखाद्याने जर आपली चूक दाखविली तर ते आपल्याला त्रासदायक ठरते. कोणी आपली निंदा केली तर आपल्याला वाईट वाटते. आपण स्वतःच आपला रिमोट इतरांच्या हाती देऊन त्यांच्याकडून ही अपेक्षा बाळगतो की, ‘त्यांनी रागाचे नव्हे तर प्रशंसेचे बटन दाबावे.’

पण काय झाले पाहिजे? आपला रिमोट कंट्रोल प्रत्येक क्षणी आपल्याच हाती असावा. सभोवतालचे वातावरण, घटना याचा आपल्याला त्रास होऊ नये, आपण नाराज होऊ नये, हेच या पुस्तकाचे उद्दिष्ट आहे. मुख्य लक्ष्य आहे.

Ratings and reviews

4.8
25 reviews
Jon Kamble
February 21, 2023
*प्रौढ प्रताप पुरंदर.....क्षत्रिय कुलावतंस,* *सिंहासनाधिश्वर......महाराजाधिराज,* *शिव छत्रपती श्री शिवाजी महाराजांना मानाचा त्रिवार मुजरा .!!!*🚩 * छत्रपती शिवाजी महाराज जयंतीच्या सर्व शिवभक्तांना हार्दिक शुभेच्छा*🚩🚩
Did you find this helpful?
VISHAL THORAT
December 10, 2021
good
Did you find this helpful?
sanjay bhadbhade
May 19, 2020
बस इतनाही कहना है 🙏धन्यवाद
Did you find this helpful?

About the author

सरश्री की आध्यात्मिक खोज का सफर उनके बचपन से प्रारंभ हो गया था। इस खोज के दौरान उन्होंने अनेक प्रकार की पुस्तकों का अध्ययन किया। इसके साथ ही अपने आध्यात्मिक अनुसंधान के दौरान अनेक ध्यान पद्धतियों का अभ्यास किया। उनकी इसी खोज ने उन्हें कई वैचारिक और शैक्षणिक संस्थानों की ओर बढ़ाया। इसके बावजूद भी वे अंतिम सत्य से दूर रहे।


उन्होंने अपने तत्कालीन अध्यापन कार्य को भी विराम लगाया ताकि वे अपना अधिक से अधिक समय सत्य की खोज में लगा सकें। जीवन का रहस्य समझने के लिए उन्होंने एक लंबी अवधि तक मनन करते हुए अपनी खोज जारी रखी। जिसके अंत में उन्हें आत्मबोध प्राप्त हुआ। आत्मसाक्षात्कार के बाद उन्होंने जाना कि अध्यात्म का हर मार्ग जिस कड़ी से जुड़ा है वह है - समझ (अंडरस्टैण्डिंग)।


सरश्री कहते हैं कि ‘सत्य के सभी मार्गों की शुरुआत अलग-अलग प्रकार से होती है लेकिन सभी के अंत में एक ही समझ प्राप्त होती है। ‘समझ’ ही सब कुछ है और यह ‘समझ’ अपने आपमें पूर्ण है। आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्ति के लिए इस ‘समझ’ का श्रवण ही पर्याप्त है।’


सरश्री ने ढाई हज़ार से अधिक प्रवचन दिए हैं और सौ से अधिक पुस्तकों की रचना की हैं। ये पुस्तकें दस से अधिक भाषाओं में अनुवादित की जा चुकी हैं और प्रमुख प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित की गई हैं, जैसे पेंगुइन बुक्स, हे हाऊस पब्लिशर्स, जैको बुक्स, हिंद पॉकेट बुक्स, मंजुल पब्लिशिंग हाऊस, प्रभात प्रकाशन, राजपाल अॅण्ड सन्स इत्यादि।

Rate this audiobook

Tell us what you think.

Listening information

Smartphones and tablets
Install the Google Play Books app for Android and iPad/iPhone. It syncs automatically with your account and allows you to read online or offline wherever you are.
Laptops and computers
You can read books purchased on Google Play using your computer's web browser.

Listeners also liked

More by Sirshree

Similar audiobooks